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जिस तरह नफ़रत की फसलें बोई जा रही हैं, उसे दूर करने के लिए हम सबको एकजुट होना चाहिए

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पंजाब में ढाई आखर प्रेम राष्ट्रीय सांस्कृतिक जत्था का चौथा दिन

30 अक्टूबर 2023 को चौथे दिन जत्था कपूरथला जिले के सुल्तानपुर लोधी शहर में पहुँचा। यह वह जगह है जहाँ गुरुनानक देव ने चौदह बरस तक नवाब दौलत खान लोधी के यहाँ नौकरी की थी। यहाँ वे चौदह साल तक रहे और उनके दोनों बच्चे भी यहीं पैदा हुए। यहाँ मस्जिदें भी काफी प्राचीन हैं और बहुत सारे बड़े-बड़े गुरुद्वारे भी हैं। कहते हैं कि उनको ‘गुरु का ज्ञान’ भी यहीं मिला था। यहीं उन्होंने ‘गुरु ग्रंथ साहिब’ की शुरुआत की। यहीं से उन्होंने कई स्थानों का भ्रमण किया। यह इस जगह का बहुत बड़ा ऐतिहासिक महत्व है। 

‘ढाई आखर प्रेम’ पंजाब राज्य के सांस्कृतिक जत्थे की ओर से सुल्तानपुर लोधी के प्रेस क्लब में एक सेमिनार का आयोजन किया गया था, जिसमें वकील, पत्रकार और अनेक गणमान्य नागरिक शामिल हुए। इसमें प्रगतिशील लेखक संघ के राष्ट्रीय महासचिव सुखदेव सिंह सिरसा, पंजाब प्रगतिशील लेखक संघ के महासचिव सुरजीत जज, प्रगतिशील लेखक संघ के राष्ट्रीय सचिव विनीत तिवारी, छत्तीसगढ़ इप्टा के साथी निसार अली, इप्टा पंजाब के महासचिव इंद्रजीत रूपोवाली, संगठन सचिव सरबजीत रूपोवाली, दीपक नाहर आदि शरीक हुए। सेमिनार की शुरुआत  निसार अली और साथियों  के जीवन यदु राही लिखित जनगीत ‘जब तक रोटी के प्रश्नों पर रखा रहेगा भारी पत्थर’ और ‘दमादम मस्त कलंदर’ से हुई । 

सेमिनार में सुखदेव सिंह सिरसा, सुरजीत जज और विनीत तिवारी ने ‘ढाईआखर प्रेम’ सांस्कृतिक जत्थे के उद्देश्य पर प्रकाश डाला। वक्ताओं ने अपील की कि फिलीस्तीन में जो बमबारी हो रही है, रूस-यूक्रेन के बीच युद्ध हो रहा है, मणिपुर में जो हिंसक घटनाएँ घट रही हैं, दुनिया और देश-गाँव में जिस तरह नफरत की फसलें बोई जा रही हैं, उसे दूर करने के लिए हम सबको एकजुट होना चाहिए। उपस्थित लोगों ने इस बाबत सहमति व्यक्त की और हर तरह का सहयोग करने का आश्वासन दिया। 

उसके बाद सेमिनार में उपस्थित सभी लोग पदयात्रा कर शहीद उधम सिंह चौक पहुँचे। प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया। यहाँ छत्तीसगढ़ के साथी निसार अली और उनके साथियों देवनारायण साहू, गंगाराम बघेल और जगनूराम ने नाचा-गम्मत शैली में नाटक ‘ढाई आखर प्रेम’ प्रस्तुत किया। जिसे दर्शकों ने सराहा और आथिर्क सहयोग भी किया। शहर में पदयात्रा करते हुए ‘इंसानियत ज़िंदाबाद’, ‘प्यार-मोहब्बत ज़िंदाबाद’, ‘आपसी सद्भाव ज़िंदाबाद’, ‘बहनापा और भाईचारा ज़िंदाबाद’ आदि नारे लगाए गए। 

कार्यक्रम का संचालन मुख़्तियार सिंह चंदी ने किया. इस अवसर पर एडवोकेट  रजिन्दर सिंह राणा, प्रसिद्ध पत्रकार नरिन्दर सोनिया, लेखक डॉ. स्वर्ण सिंह, इप्टा कपूरथला के अध्यक्ष डॉ. हरभजन सिंह, उपाध्यक्ष कश्मीर बजरोर, लेखिका मंजिन्दर कमल, कॉमरेड मकंद सिंह, रिषपाल सिंह, तरमिन्दर सिंह, सरवण सिंह नम्बरदार, अजीत सिंह औजला, अमरजीत सिंह टिब्बा आदि मौजूद रहे ।

कल रेल कोच फैक्टरी कपूरथला से रैली निकाली जाएगी और शाम को सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे।

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