हम गलियों में, हम चौराहों पर, हम गावों में, हम शहरों में, हर जगह ढूंढते फिर रहे गमछा माथे पर, गमछा काँधे पर गमछा कमर में कसकर मानवता का अलख जगाते जीवन का गीत गाते प्रेम का संगीत सुनाते कोई
गीत: प्रेम धवन | संगीत: सलिल चौधरी |आवाज़: मन्ना डेSong: Prem Dhawan | Music: Salil Chowdhury | Singer: Manna Deyचित्रपट: काबुलीवाला (1961) | Movie: Kabuliwala (1961) पोस्टर: पंकज दीक्षित Poster: Pankaj Dixit
ढाई आखर प्रेम जत्था के दौरान जब राजा बासा ग्राम (पूर्वी सिंहभूम, झारखण्ड) में प्रेम और एकजुटता का सन्देश बांटा जा रहा था तो गांव की तीन महिलाएं - चंपा मुर्मू, सोमावारी हेंब्रम, और रायमानी टुडू - आगे आयीं और
Kathak Dance performed by Surabhi Bordia on a song sung by Pandit Birju Maharaj at Ahilya Ghat, Maheshwar, Madhya Pradesh during Dhai Aakhar Prem Jatha on 26 December 2023. https://youtu.be/yJuStFCr5xM 26 दिसंबर 2023 को ढाई आखर प्रेम जत्था के दौरान अहिल्या घाट,
On a full moon night at the Ahilya Ghat in Maheshwar, Mita Vashisht narrates the story and vakhs of Lal Ded, a legendary Kashmiri mystic poet who is also known by various other names, including Lal Dyad (Dyad means "Grandmother"),
घाटशिला, झारखण्ड में ढाई आखर प्रेम के पूर्व रंग कार्यक्रम में 7 दिसंबर 2023 को शामिल हुए इप्टा के राज्य संरक्षक पद्मश्री मधु मंसूरी हंसमुख। लोकप्रिय गीत - 'गांव छोड़ब नाहीं, जंगल छोड़ब नाहीं, लड़ाई छोड़ब नाहीं' - गाकर दिया
https://youtu.be/Rn8YYBJDzEw संगीत: मणिमय मुखर्जी || मेरा तेरा मनुआँ कैसे एक होई रे || मैं कहता आँखिन की देखी, तू कहता कागज की लेखीमैं कहता सुर झावन हारी, तू राख्यो उरझाई रे मैं कहता तू जागत रहियो, तू रहता है सोई
एकमेकांसोबत सहवास घालवणे, सांस्कृतिक देवाणघेवाण करणे आणि त्यातून ह्या संचिताला राष्ट्रीय पातळीवर सामुहिकरित्या ठेवणे. आणि अशा पदयात्रा सातत्याने वेळोवेळी काढत राहणे - सुरेश भटेवारा (जेष्ठ पत्रकार, टाईम्स ऑफ इंडीया ग्रूप) https://youtu.be/E9BWc6N835s To socialize with each other, to exchange our cultures
Kabira's famous couplet - 'Dhai Akhar Prem' describes the essence of Indian culture. But India today has been caught in a conspiracy to achieve political gains by creating division among the people; it now needs to be freed again. Keeping
ढाई आखर प्रेम जत्था, इंदौर। 22 दिसंबर 2023 गांधी हॉल, इंदौर में प्रसाद बिडपा द्वारा प्रस्तुत खादी और हथकरघा के वस्त्रों के फैशन शो के दौरान नृत्यांगना अदिति मेहता शोभा गुर्टू के गाये गीत "रँगी सारी गुलाबी चुनरिया" पर कत्थक नृत्य
आज जगात सगळीकडे युद्ध घडत आहेत. देशामध्ये राजकीय हेतू साध्य करण्यासाठी जातींमध्ये, धर्मांमध्ये मोठ्या प्रमाणात द्वेष पसरवला जात आहे. संपत्ती निर्माण करणाऱ्या वर्गाचा प्रचंड शोषण जगभरात चालू आहे, त्यामुळे आर्थिक विषमता वाढत चालली आहे. तणावाचा वातावरण वाढत चाललं आहे. या
PWA Gujarat's General Secretary Ram Sagar Singh Parihar from Ahmedabad, Parul Behen from Baroda, Faraz Khan, Sadiya Shaikh, Utkarsh and Roshan Gaikar from Mumbai, Nisar Ali from IPTA, Chhattisgarh, Piyush Singh, Sanjay, Rajan and Firoz from IPTA, Bihar and Vineet
"The thread of love should never be broken, people should be connected by love and friendship. Love should be established between people. Enmity grows with enmity, friendship grows with friendship. A cultural journey called Dhai Akhar Prem is being organized
“आज आप यहाँ जो प्रेम का सन्देश लेकर आए हैं और यहाँ जो बीज बो कर जा रहे हैं ये कभी न कभी जरूर फलेगा” - 94 वर्षीय धीरुभाई पटेल ने 6 जनवरी 2024 को दांडी के विनय मंदिर विद्यालय,
“In today's times, when fraternity is being done away with in our society, Dhai Aakhar Prem Jatha is a very crucial initiative towards reinculcating fraternity among the masses" - Dr Raosaheb Kasbe, socio-political writer and progressive intellectual https://youtu.be/psq0oMa4i60 "आजच्या काळात,
“समता, सादगी, स्वालम्बन, लाकर रहेगा जन-आंदोलन” के नारे को प्रसिद्ध सामाजिक एवं पर्यावरण कार्यकर्ता - मेधा पाटकर ने ढाई आखर प्रेम जत्था के साथ जोड़ा। महिलाओं और युवाओं की एकजुटता को सलाम करते हुए उन्होंने कहा कि नया ज़माना इन्हीं
"अंग्रेज़ों ने व्यापार के नाम पर हमें गुलाम बनाया था, व्यापार के नाम पर आज भी हमें कुछ लोग गुलाम बना लेते हैं."- राकेश(बुंदेलखंड, उत्तर प्रदेश में बच्चों के साथ संवाद करते हुए ढाई आखर प्रेम जत्था के साथी) https://youtu.be/y4ZHrTYlpXg
(This song was performed during Curtain Raiser Event of Dhai Aakhar Prem Jatha in Delhi on 27th September 2023. | यह गीत 27 सितंबर 2023 को दिल्ली में 'ढाई आखर प्रेम' जत्था के 'पूर्व रंग' कार्यक्रम के दौरान प्रस्तुत किया
“Hatred has an expiry date. The more determined we are to go among the people with the message of love, the sooner hate will die. This Jatha, which is set out with the message of love and sacrifice across the
जत्था नक्कीच प्रेम आणि श्रमाचे महत्त्व पुन्हा प्रस्थापित करेल. 'ढाई आखर प्रेम' हा प्रेमाचा एक मौल्यवान संदेश आहे. याच संदेशला घेऊन आम्ही ही मोहीम सुरू केली आहे. सामान्य लोकांमध्ये प्रेम पसरवणे आणि त्यांना या मोहिमेचा एक भाग बनवणे हा आमचा