Kabira’s famous couplet – ‘Dhai Akhar Prem’ describes the essence of Indian culture. But India today has been caught in a conspiracy to achieve political gains by creating division among the people; it now needs to be freed again. Keeping this in mind, many organizations have come together to organize a padayatra across the country. All like-minded organizations should come together and carry out such a yatra from village to village”
Dr. Sanjay Aparanti, Retired Commissioner of Police
कबीराचा प्रसिद्ध दोहा – ‘धाई आखर प्रेम’ हा भारतीय संस्कृतीचा सार सांगतो. परंतू आज भारतीय लोकांमध्ये फूट पाडून राजकीय फायदा उचलला जात आहे, आता पुन्हा एकदा एकत्र येण्याची गरज आहे. हे लक्षात घेऊन अनेक संस्था संयुक्तपणे देशभरात पदयात्रा काढत आहेत. सर्व समविचारी संघटनांनी एकत्र येऊन गावोगाव अशा यात्रा काढाव्यात”
डॉ. संजय अपरांती, निवृत्त पोलीस आयुक्त
कबीरा का प्रसिद्ध दोहा – ‘ढाई आखर प्रेम’ भारतीय संस्कृति का सार बताता है। लेकिन भारत आज लोगों के बीच विभाजन पैदा करके राजनीतिक लाभ हासिल करने की साजिश में फंस गया है; अब इसे फिर से मुक्त करने की जरूरत है। इसी को ध्यान में रखते हुए कई संगठन मिलकर देशभर में पदयात्रा का आयोजन कर रहे हैं. सभी समान विचारधारा वाले संगठनों को एक साथ आना चाहिए और गांव-गांव तक ऐसी यात्रा निकालनी चाहिए”
डॉ. संजय अपारंती, सेवानिवृत्त पुलिस आयुक्त