आज जगात सगळीकडे युद्ध घडत आहेत. देशामध्ये राजकीय हेतू साध्य करण्यासाठी जातींमध्ये, धर्मांमध्ये मोठ्या प्रमाणात द्वेष पसरवला जात आहे. संपत्ती निर्माण करणाऱ्या वर्गाचा प्रचंड शोषण जगभरात चालू आहे, त्यामुळे आर्थिक विषमता वाढत चालली आहे. तणावाचा वातावरण वाढत चाललं आहे. या सगळ्या युद्ध, शोषण आणि तणावामुळे प्रेम बळी पडत आहे. देशभरामध्ये शांतता प्रस्थापित व्हावी, माणुसकी वृध्दींगत व्हावी, श्रमाचे महत्त्व प्रस्थापित व्हावे, बंधुता वाढवावी या उद्देशाने चालू झालेल्या या सांस्कृतिक चळवळीला मी सदिच्छा देतो आणि जनतेने या तत्त्वांचा प्रसार करण्यासाठी सहकार्य करावा असे आवाहन करतो
–डॉ डी. एल. कराड, कामगार नेते, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सीटू कामगार संघटना
Today, wars are happening everywhere in the world. A lot of hatred is being spread between castes, religions to achieve political ends in the country. There is massive exploitation of the wealth-creating class all over the world, due to which economic disparity is increasing. The atmosphere of tension is increasing. All these wars, exploitation and tension are killing love. I salute this cultural movement which aims to establish peace, improve humanity, promote the importance of labour, promote fraternity throughout the country and appeal to the public to co-operate in propagating these principles
–Dr D.L. Karad, Labor Leader, National Vice-President SITU Labor Union
आज दुनिया में हर जगह युद्ध हो रहे हैं। देश में राजनीतिक स्वार्थ साधने के लिए जातियों, धर्मों के बीच बहुत नफरत फैलाई जा रही है। दुनिया भर में धन पैदा करने वाले वर्ग का बड़े पैमाने पर शोषण हो रहा है, जिसके कारण आर्थिक असमानता बढ़ रही है। तनाव का माहौल बढ़ रहा है। ये सभी युद्ध, शोषण और तनाव प्यार को खत्म कर रहे हैं। मैं इस सांस्कृतिक आंदोलन को सलाम करता हूं जिसका उद्देश्य शांति स्थापित करना, मानवता में सुधार करना, श्रम के महत्व को बढ़ावा देना, पूरे देश में बंधुत्व को बढ़ावा देना है और अपील करता हूं कि सभी इन सिद्धांतों के प्रचार-प्रसार में सहयोग करें
–डॉ. डी.एल. कराड, श्रमिक नेता, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सीटू श्रमिक संघ