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ढाई आखर प्रेम यात्रा का तीसरा दिन

इप्टा के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रसन्ना जी के नेतृत्व में राष्ट्रीय सांस्कृतिक सद्भाव यात्रा पूरे जोश खरोश के साथ इन दिनों अलवर के आसपास के ऐतिहासिक गांवों से होकर गुजर रही है। खुशी की बात यह है कि इसमें हर रोज़ अलवर से बाहर से आने वाले कलाकार और कार्यकर्ता शामिल हो रहे हैं। दूसरी उल्लेखनीय बात यह है कि इसके मूलभूत इंतजाम ग्राम वासी प्रसन्नतापूर्वक कर रहे हैं। इस तरह की गतिशील सामूहिक सांस्कृतिक मुहिम एक छिपे हुए सत्य को उद्घाटित करने का काम कर रही है। बहरहाल पहले दूसरे दिन की धूप से बचाव न कर पाने के कारण अस्वस्थ हो जाने की वजह से मैं यात्रियों के साथ नहीं जा सका लेकिन वहां की रपट लगातार मिल रही हैं। जो रपट मिली है वह प्रस्तुत है —

ठेकड़ा ग्राम के सरपंच तारा चंद जी और गांव के वरिष्ट नागरिकों ने सभी पदयात्रियों का प्रभात फेरी के रूप में चाय नाश्ता देकर गांव से विदा किया और भाईचारा और अमन का नारा दिया।

ढाई आखर प्रेम की जत्था की टीम ठेकड़ा ग्राम में रात्रि विश्राम कर चरणदास और प्रस्थान किया गया पद यात्रा के दौरान ग्रामीण महिलाओं से संवाद करते हुए यह पद यात्रा में महिलाओं और बच्चों के मन में कौतूहल का विषय था। ग्रामीण और युआवों को बता गया की अमन और भाईचारा की पदयात्रा को समर्थन दिया गया। पद यात्रा सड़क मार्ग से होते हुए चरणदास मंदिर में जत्था ने आगमन किया जो की ढेहरा ग्राम में स्थित है।

ढेहरा ग्राम के सरपंच ताराचंद ने सभी जत्था पदयात्रियों का स्वागत किया गया चरण मंदिर में नाश्ता कर प्रथम सेशन में मंदिर में ग्रामीण और वरिष्ठ नागरिकों से प्रसन्ना ने ढाई आखर प्रेम जत्था के उद्देश्य पर चर्चा की गई। सभी ने बताया की आज के दौर में प्रेम और भाईचारा को समाज के लिए महत्वपूर्ण हथियार बताया है और यह आज की आवश्यकता है। इस प्रथम सेशन में ग्रामीण महिलाओं का सामूहिक संगीत का कार्यकम रखा गया जिसके अंतर्गत लोक भक्ति बहार इस मंदिर में अद्भुत प्रस्तुति थी इस सामूहिक गायन प्रस्तुति में मानव कल्याण की बात। कही गई।

दोपहर सेशन में ढेहरा ग्राम सरपंच ने दोपहर का भोजन जत्था के पद यात्रियों के साथ किया जिसके बाद इप्टा के अध्यक्ष प्रसन्ना जी ने पदयात्रियों के साथ ढाई आखर प्रेम से संबंधित तथा उसके अनुभव को लेकर चर्चा की जिसके अंतर्गत वीडियो बनाकर अपने मनोभावों को प्रकट करना था सभी जत्था पद यात्रियों ने अपने अपने विचार और अनुभव प्रकट किया। यहां से यात्रा शाम चार बजे बाबा चुहड़ सिद्ध मंदिर की प्रस्थान जनगीत और भाईचारे का संदेश देते हुए आगे की बढ़ी।

रात्रि के समय सांस्कृतिक गतिविधि और ग्रामीणों से एक संवाद का कार्यक्रम रखा गया है। आज की इस पद यात्रा में भारत परिवार जिला अध्यक्ष जस्सू फौजी और जैनब सिद्धकी ,फातिमा शेख और सुमन सौरभ लखनऊ और पटना से शामिल थे। किशन खेरलिया, हर्षिता विकास कपूर, प्रवीण शर्मा शफी मोहम्मद तथा अन्य साथी शैमिल थे।

(राष्ट्रीय सांस्कृतिक सद्भाव यात्रा की ज़ीरो ग्राउंड से राजस्थान इप्टा के महासचिव संजय विद्रोही की रपट)

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