बुल्लेशाह ने कहा है – नी मैं जाना जोगी दे नाल, कन्नी मुंद्रा पा के, मत्थे तिलक लगा के – एक सूफी पीर तिलक की बात करता है, यह हमारी सांझी विरासत का हिस्सा है।डॉ. सुखदेव सिरसा Bulleshah once said – I’m going with Jogi, after putting earrings in my ears, and donning my forehead […]