ऐसा वातावरण बने कि संसाधनहीन लोग सजग हों और समाज को बदलने के लिए एकजुट हों – ढाई आखर प्रेम की इस मुहीम में सभी की भागीदारी का आह्वान करते जमशेदपुर के सुपरिचित कथाकार जयनंदन। Such an environment should be created so that the resourceless people become conscious of and work in solidarity to change […]