Despite all the things that have gone wrong, the people of this country have learnt to live with each other
लोगों ने तमाम सियासी दावपेंचों के बावजूद, एक दुसरे के साथ मिलकर रहना, हँसना सीख लिया है– Rajeev Shukla
“जब तक रोटी के प्रश्नों पर रखा रहेगा भारी पत्थर,
कोई मत ख्वाब सजाना तुम
मेरी गली में ख़ुशी खोजते अगर कभी जो आना तुम।”
– Jeevan Yadu
Our country is beautifully diverse, which is being dragged into homogenisation, we need such yatras to make sure that it doesn’t happen
गुलदस्ते की तरह बहु संस्कृति के इस देश में एक तंत्र बनाने की कोशिश हो रही है, इससे निपटने की लिए ऐसी यात्राएं निकालनी ज़रूरी
– Ramakant Shrivastava
Watch video: https://www.youtube.com/watch?v=aw2C5Ekp_64