Hum Mehnatkash Jag Walon se
Lyrics by Faiz Ahmed Faiz
Sung by Pratidhwani
Lyrics:
हम मेहनतकश जग वालों से जब अपना हिस्सा मांगेंगे
इक खेत नहीं, इक देश नहीं, हम सारी दुनिया मांगेंगे
यहाँ पर्वत-पर्वत हीरे हैं, यहाँ सागर-सागर मोती हैं
ये सारा माल हमारा है, हम सारा खजाना मांगेंगे
जो खून बहे जो बाग़ उजड़े जो गीत दिलों में क़त्ल हुए
हर क़तरे का हर गुंचे का, हर गीत का बदला मांगेंगे
जब सफ़ सीधी हो जायेगी, जब सब झगड़े मिट जायेंगे
हम हर इक देश के झंडे पर इक लाल सितारा मांगेंगे