Written by: Nazim Hikmet Translated and Composed by: Pratidhwani Lyrics:tumhare haath pattharon ki tarah sangeen hainjel me gaaye gae geeton ki tarah udaas hainbojh dhone wale pashuon ki tarahsakht hain, sakht hain, sakht hain, tumhare haath तुम्हारे हाथ पत्थरों की तरह संगीन हैंजेल में गाए गए गीतों की तरह उदास हैंबोझ ढोने वाले पशुओं की […]
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Hum Mehnatkash Jag Walon se Lyrics by Faiz Ahmed Faiz Sung by Pratidhwani Lyrics: हम मेहनतकश जग वालों से जब अपना हिस्सा मांगेंगेइक खेत नहीं, इक देश नहीं, हम सारी दुनिया मांगेंगे यहाँ पर्वत-पर्वत हीरे हैं, यहाँ सागर-सागर मोती हैंये सारा माल हमारा है, हम सारा खजाना मांगेंगे जो खून बहे जो बाग़ उजड़े जो […]