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धीरे-धीरे सब बदलेगा: अहमद बद्र

(गीत)

बदलेगी जीवन की धारा
बदलेगा संसार ये सारा
बदलेगा यह देश हमारा
यह मत पूछो कब बदलेगा
धीरे-धीरे सब बदलेगा

ढोंग, दिखावा, रीति-रिवाज
जात पात में बंटा समाज
जिसकी लाठी उसका राज
हम बदलेंगे तब बदलेगा
धीरे-धीरे सब बदलेगा

शिक्षा से बदलेगा जीवन
खुशहाली होगी घर आँगन
आएगा ऐसा परिवर्तन
जीने का मतलब बदलेगा
धीरे-धीरे सब बदलेगा

यह मत पूछो कब बदलेगा
हम बदलेंगे तब बदलेगा
जीवन का मतलब बदलेगा
धीरे-धीरे सब बदलेगा
धीरे-धीरे सब बदलेगा

– अहमद बद्र

 

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