विश्वकर्मा राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता श्रवण चोपकर एक प्रसिद्ध लकड़ी के कलाकार हैं। उन्होंने एकता का एक प्रतिक मॉडल, एक अनोखा ढांचा बनाया है जिसमें कोई जोड़ नहीं है और जिसे एक पल में मंदिर, मस्जिद, चर्च और गुरुद्वारे में तब्दील किया जा सकता है। इसे केवल ड्रिलिंग और नक्काशी द्वारा बनाया गया है; कलाकृति में एक भी कटिंग या जोड़ नहीं है। उनका कहना है कि भगवान, अल्लाह, वाहेगुरु और मसीहा सब एक हैं।
प्रेम और सद्भाव का सन्देश फैलाने की इस मुहिम में श्रवण चोपकर जी छत्तीसगढ़ के ‘ढाई आखर प्रेम’ जत्थे में 07 जनवरी 2024 को शामिल हुए.
Vishwakarma National Award winner Shravan Chopkar is a renowned wood artist. He has created a physical model of unity, a unique structure which has no joints and which can be transformed into a temple, mosque, church and gurudwara in a jiffy. It has been created only by drilling and carving; there is not a single cutting or joint in the artifice. He says that God, Allah, Waheguru, and Messiah are all one.
In this campaign of spreading love and harmony, Shravan Chopkar participated in the ‘Dhai Akhar Prem’ Jatha in Chhattisgarh on 07th January 2024.