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छत्तीसगढ़ के जाँजगीर-चाम्पा में निकली “ढाई आखर प्रेम” की एक दिवसीय सांस्कृतिक पदयात्रा

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आजादी के 75 वर्ष पूरे कर “सांझी शहादत-सांझी विरासत” के साझे धरोहर प्रेममय भारत को अनुभव करने “ढाई आखर प्रेम राष्ट्रीय सांस्कृतिक जत्था” की कड़ी में 3 अक्टूबर को छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चाम्पा जिले में पदयात्रा की गई।

जाँजगीर में भीमा तालाब के किनारे स्थापित बहुत पुराने विष्णु मंदिर के सामने सभी पदयात्री एकत्रित हुए। नगर के वरिष्ठ साहित्यकार श्री रामेश्वर गोपाल के कविता पाठ, शिक्षाविद्-साहित्यकार श्री ईश्वरी प्रसाद यादव के शुभकामना और प्रेम संदेश, नाक-मुंह से बांस से धुन निकाल बांसगीत गाने वाले गायक श्री बृजमोहन गोपाल के बांसगीत, एप्सो डभरा के मुरलीधर चन्द्रम के शुभ-संदेश के साथ इन वरिष्ठजनों को कबीर के सत्य-प्रेम-श्रम एवं सादगी के प्रतीक “कबीर गमछा” से सम्मानित कर जत्थे ने उनकी रचनाधर्मिता को सराहा।

दीपक यादव जी ने विष्णुमंदिर व भीमा तालाब की ऐतिहासिकता एवं स्थापत्य कला की विस्तृत जानकारी दी। इप्टा छ. ग. प्रदेश अध्यक्ष मणिमय मुखर्जी, प्रदेश अध्यक्ष मंडल सदस्य अरुण दाभड़कर, प्रगतिशील लेखक संघ के छ.ग. प्रदेश अध्यक्ष एवं पत्रकार नथमल शर्मा ने सांस्कृतिक यात्रा के उद्देश्य पर प्रकाश डाला। शिक्षाविद् राजेश गोपाल के शुभकामना संदेश के साथ जत्था ढाई आखर प्रेम के संदेश व गीतों के साथ कचहरी चौक पहुँचा।

कचहरी चौक पर प्रदेश के जाने-माने पत्रकार व जन संस्कृति मंच के साथी राजकुमार सोनी, राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य भरत निषाद एवं मणिमय मुखर्जी के साथ इप्टा-एप्सो के साथियों ने गीत और कविता प्रस्तुत की। छत्तीसगढ़ साहित्य अकादमी के अध्यक्ष ईश्वर सिंह “दोस्त“, श्रीकांत वर्मा पीठ बिलासपुर के अध्यक्ष श्री रामकुमार तिवारी, प्रलेस बिलासपुर के श्री नरेश अग्रवाल एवं पर्यावरणविद्-साहित्यकार मुदित मिश्रा ने नफरत और घृणा को इंसान के लिए अहितकर बताते हुए कबीर एवं संतों-सेनानियों द्वारा प्रतिपादित प्रेम-भाईचारे के पथ पर चलते रहने के लिए आम जनों से बातचीत की। नगर के समाजसेवी श्री देवेश सिंह ने स्वतंत्रता सेनानियों के जीवन-कर्म पर प्रकाशित अमूल्य पुस्तक “धरोहर“ की प्रतियाँ जत्थे में सम्मिलित लोगों को भेंट कीं। अतिथियों का “कबीर गमछा“ पहनाकर सम्मान किया गया।

स्वतंत्रता सेनानी ठाकुर छेदीलाल बैरिस्टर को श्रद्धांजलि देते हुए मौन धारण किया गया। पामगढ़ एप्सो के विभीषण पात्रे, गायक-संगीतकार रामनारायण यादव व श्रमिकों के साथी महेश सिंह बनाफर के सहभागिता संदेश के साथ जत्थे ने चाम्पा की ओर प्रस्थान किया। एसडीएम आफिस के पास टी सी एल महाविद्यालय अध्यक्ष श्री प्रदीप हंसराज, उजाला सूर्यवंशी, प्रिया कमलाकर, प्रवीण हंसराज के नेतृत्व में सक्रिय एन एस एस व एन वाय पी सदस्यों द्वारा स्मृति चिन्ह भेंट किया गया। कलेक्टोरेट मोड़ पर आलोक बेरिया के साथ इप्टा साथियों ने जनगीत ‘गाँव छोड़ब नाहीं, जंगल छोड़ब नाहीं’ गाया एवं जत्थे ने आम लोगों से संवाद किया।

देखें : फ़ोटो गैलरी 

हसदो के सुरम्य तट केराझरिया चाम्पा पहुंचकर मणिमय मुखर्जी के साथ लिटिल इप्टा चाम्पा ने शांति और आशा के गीत “तू जिन्दा है, तू ज़िंदगी की जीत पर यकीन कर“ गाया। सुभाष चौक पर जनगीत व जनसंवाद कर पदयात्रा शहीद स्मारक चाम्पा की ओर बढ़ी। वहाँ भी जनगीत गाकर अमर शहीदों-सेनानियों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। बरपाली चौक चाम्पा में लिटिल इप्टा चाम्पा के साथियों ने कर्मा, राऊत व सुआ नृत्य एवं पारम्परिक छत्तीसगढ़ी खेलों का समेकित प्रदर्शन किया। उसके बाद चाम्पा नगर के प्रसिद्ध नर्तक-गीतकार-संगीतकार सुभाष यादव एवं अंजोर लाल प्रधान ने देवार गीत प्रस्तुत किया। श्रीकृष्ण संगीत महाविद्यालय के प्रसिद्ध संचालक एवं प्रसिद्ध गायक श्री वेदराम यादव जी ने शुभकामना संदेश भेजा।

कार्यक्रम स्थल पर इप्टा प्रदेश अध्यक्ष मणिमय मुखर्जी, आलोक बेरिया के नेतृत्व में इप्टा साथियों ने जनगीत गाए। श्री श्यामबिहारी बनाफर ने प्रेम व भाईचारे का संदेश दिया। जत्था में सक्रिय लिटिल इप्टा चाम्पा एवं सभी सक्रिय कार्यकर्ताओं को स्मृति चिन्ह व प्रमाणपत्र वितरित कर चाम्पा नगर के स्वतंत्रता सेनानी स्व. डॉ. शांतिलाल गोपाल सहित सभी स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि एवं कार्यक्रम संयोजक जीवन लाल यादव द्वारा आभार प्रस्तुति के साथ जांजगीर-चाम्पा की एक दिवसीय सांस्कृतिक यात्रा सम्पन्न हुई।

जत्था में भिलाई, रायपुर, बिलासपुर, रायगढ़, डभरा, पामगढ़, चाम्पा, जांजगीर तथा अकलतरा के इप्टा, एप्सो, प्रलेस के साथी मणिमय मुखर्जी, अरूण दाभड़कर, भरत निषाद, आलोक बेरिया, दीपक यादव, योगेश चौहान, श्याम देवकर, मृगेन्द्र सिंह, नथमल शर्मा, रफीक खान, नरेश अग्रवाल, ईश्वरसिंह दोस्त, रामकुमार तिवारी, मुदित मिश्रा, संतोष अग्रवाल, राकेश सिंह, दीपक यादव, योगेश चौहान, श्याम देवकर, राजेश सोनी, कैलाश पटेल, श्रीमती मीना यादव, प्रवीण सिंह राज, भोलेशंकर मरावी, एस.एस.पटेल, संगीता महंत, भारती यादव, बी.एल.किरन, ललित सोनी, सामाजिक न्याय कार्यकर्ता श्री हरीश गोपाल, श्री हरीश साहू, श्री मोतीलाल पटेल, श्री चिंताराम राठौर सक्रिय पदयात्री के रुप में भागीदार रहे।

• रिपोर्ट: जीवनलाल यादव
संयोजक, ढाई आखर प्रेम एक दिवसीय पदयात्रा, चाम्पा

देखें: जांजगीर-चाम्पा पदयात्रा की तस्वीरेंVideo

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