प्रिय दोस्तों,
हम, समान विचारधारा वाले प्रगतिशील सांस्कृतिक संगठन आपको ‘ढाई आखर प्रेम’ नामक हमारे राष्ट्रीय सांस्कृतिक अभियान में आमंत्रित कर रहे हैं। यह एक राष्ट्रव्यापी सांस्कृतिक जत्था (पैदलयात्रा) है, जो 28 सितंबर 2023 (भगत सिंह की जयंती) को अलवर, राजस्थान से शुरू हो रही है। यह देश के 22 राज्यों की यात्रा करेगी और 30 जनवरी 2024 (महात्मा गांधी का शहीद दिवस) को दिल्ली में समाप्त होगी। यह जत्था आपसी प्रेम, शांति और सौहार्द का उत्सव है जो दुनिया में व्याप्त नफ़रत और अविश्वास की भावना के जवाब में हम संस्कृतिकर्मियों और जिम्मेदार नागरिकों की एक ज़रूरी पहल है।
इस जत्था के रास्तों में मिलने वाले लोगों के सम्मान में हम गीत गाएंगे, नृत्य करेंगे, नाटक प्रस्तुत करेंगे, हथकरघा से बनीं चीज़ें लोगों से साझा करेंगे जिन्हें आज लोग विस्मृत कर चुके हैं, अपनी माटी में रंगे प्रेम के धागों को बुनने और बांटने वाले समाज सुधारकों, संतों, कलाकारों, लोक-कलाकारों, कवियों और आज़ादी के दीवानों को याद करते उनके जन्म और कर्मस्थली जाएंगे। ‘ढाई आखर प्रेम” जत्था गंगा-जामुनी तहज़ीब की ऊष्मा से भरा स्वतंत्रता, समता, न्याय और एकजुटता को फिर से पाने और जीने की कोशिश के साथ इसे पुनः समाज में स्थापित करने का प्रयास है जिसे नफरत, विभाजन,अहंकार और पहचान की वर्तमान राजनीति ने बड़ी क्रूरता से कमज़ोर कर दिया है।
“ढाई आखर प्रेम” यात्रा में हम सभी प्रगतिशील सामाजिक, सांस्कृतिक संगठनों, कलाकारों, कवियों, लेखकों, संगीतकारों, बुद्धिजीवियों, सामाजिक-सांस्कृतिक पर्यावरण कार्यकर्ताओं के साथ आम जन को भी इस सामूहिक अभियान में सहभागिता के लिए आवाज़ दे रहे हैं, आमंत्रित कर रहे हैं। आप हमारे दोस्त, सहयोगी और सहयात्री के रूप में इस राष्ट्रीय अभियान में सहज ही समान रूप से शामिल हो सकते हैं, हम आपका दिल से स्वागत करते हैं। अधिक जानकारी के लिए, कृपया www.dhaiaakharprem.in वेबसाइट पर जाएँ और हमसे dhaiaakharprem@gmail.com पर संपर्क करने में संकोच न करें।
हम आपकी उपस्थिति-आपकी भागीदारी-आपके समर्थन की अत्यधिक आशा रखते हैं। हम सभी मामलों में आपकी उदारता, सहभागिता के लिए आपको अग्रिम धन्यवाद देते हैं।
संजीव कुमार, महासचिव, जनवादी लेखक संघ
मनोज कुमार, महासचिव, जन संस्कृति मंच
हीरा लाल राजस्थानी, अध्यक्ष, दलित लेखक संघ
तनवीर अख्तर, महासचिव, भारतीय जन नाट्य संघ (इप्टा)
सानिया हाशमी, सचिव, जन नाट्य मंच
सुखदेव सिंह सिरसा, महासचिव, प्रगतिशील लेखक संघ
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