यात्रा संस्मरण: ढाई आखर प्रेम यात्रा, झारखंड पड़ाव
Tag: Jharkhand
यात्रा संस्मरण: ढाई आखर प्रेम यात्रा, झारखंड पड़ाव
झारखंड इप्टा के राज्य संरक्षक पद्मश्री मधु मंसूरी हंसमुख से सुनिए इस ‘ढाई आखर प्रेम’ पदयात्रा की आज के समय में जरूरत क्यों महसूस हुई. Let us hear from Jharkhand IPTA’s State Patron Padmashree Madhu Mansuri Hansmukh why the need for this ‘Dhai Akhar Prem’ Padyatra was felt in today’s times.
A Complete India
Painting made by Shrika Agarwal in the painting competition organized for children and teenagers at Union Club, Ranchi by Dhai Aakhar Prem Jatha Organizing Committee, Jharkhand. ढाई आखर प्रेम यात्रा आयोजन समिति, झारखंड द्वारा यूनियन क्लब, रांची में बच्चों व किशोरों के लिए आयोजित चित्रकला प्रतियोगिता में श्रीका अग्रवाल द्वारा बनाया गया चित्र।
यात्रा संस्मरण: ढाई आखर प्रेम यात्रा, झारखंड पड़ाव
“बोल रे भाई झारखंडी!”
माँदर, शाल, महुल, एदेल (सेमल), खेत, नाले, स्वर्णरेखा, पहाड़ संग “ढाई आखर प्रेम” राष्ट्रीय सांस्कृतिक जत्थे की पदयात्रा
हाड़तोपा प्राथमिक विद्यालय (पोटका, पूर्वी सिंहभूम, झारखण्ड ) के नन्हें बच्चों ने ढाई आखर प्रेम जत्था के स्वागत में गाया ये खूबसूरत गीत. इनके बोल अनमोल हैं. Little children of Hadtopa Primary School (Potka, East Singhbhum, Jharkhand) sang this beautiful song to welcome Dhai Aakhar Prem Jatha in their village. Their words are priceless. Lyrics: […]
Painting: Divyansh Agarwal Painting made by DIVYANSH AGARWAL in the painting competition organized for children and teenagers at Union Club, Ranchi by Dhai Aakhar Prem Jatha Organizing Committee, Jharkhand. ढाई आखर प्रेम यात्रा आयोजन समिति, झारखंड द्वारा यूनियन क्लब, रांची में बच्चों व किशोरों के लिए आयोजित चित्रकला प्रतियोगिता में दीवयांश अग्रवाल द्वारा बनाया गया चित्र।
গান্ধী পিস ফাউন্ডেশনের অংশীদার অরবিন্দ আঞ্জুম, বাংলা ভাষায় গ্রামবাসীদের যাত্রার কথা বলছেন। ওল্ড বাঙ্কটি গ্রাম, পূর্ব সিংভূম, ঝাড়খণ্ড गांधी शांति प्रतिष्ठान के साथी अरविंद अंजुम बांग्ला में ग्रामवासियों को यात्रा के बारे में बताते हुए | पुराना बनकाटी ग्राम, पूर्वी सिंहभूम, झारखण्ड Arvind Anjum, from Gandhi Peace Foundation, telling about the Jatha to the villagers […]
|| झारखंड यात्रा का पाँचवाँ दिन हड़तोपा, डोमजुड़ी, गोविंदपुर में || ‘ढाई आखर प्रेम’ पदयात्रा के पाँचवें और अंतिम दिन की शुरुआत हड़तोपा गाँव से हुई। नाचते-गाते हुए और अपने गीतों के माध्यम से शहीद पुरखों को याद करते हुए यात्रा गाँव के प्राथमिक विद्यालय में पहुँची। बच्चों के बीच सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया […]