जत्था नक्कीच प्रेम आणि श्रमाचे महत्त्व पुन्हा प्रस्थापित करेल. 'ढाई आखर प्रेम' हा प्रेमाचा एक मौल्यवान संदेश आहे. याच संदेशला घेऊन आम्ही ही मोहीम सुरू केली आहे. सामान्य लोकांमध्ये प्रेम पसरवणे आणि त्यांना या मोहिमेचा एक भाग बनवणे हा आमचा
In the NEWS Janjgir-Champa (Chhattisgarh) 03 October 2023 Janjgir-Champa (Chhattisgarh) 03 October 2023 Chanderi (Madhya Pradesh) 04 October 2023 Garhwa (Jharkhand) 05 October 2023 Raibareli (Uttar Pradesh) 06 October 2023 Jhansi (Uttar Pradesh) 05 October 2023 https://www.youtube.com/watch?v=0il1IjoHyKY Garhwa, Jharkhand -
Bangla English Hindi Kannada Malayalam Bangla “ঢাই আখর প্রেম” সাংস্কৃতিক জত্থার পদযাত্রার সূচনা প্রতিদিন মিডিয়াতে প্রসারিত হিংসা ও পরস্পরের প্রতি ঘৃণার ঘটনা দেখে ও শুনে দেশের সংবেদনশীল নাগরিকরা অত্যন্ত বিচলিত৷দেশের বাতাসে এই বিষ কেন ছড়াচ্ছে? দেশের গ্রামে -গঞ্জে, শহরে,শহরতলিতে, অলিতে-গলিতে বসবাসকারী নাগরিকরা
08 अक्टूबर 2023 की रात्रि को 'ढाई आखर प्रेम; राष्ट्रीय सांस्कृतिक जत्था' जसौली पट्टी गाँव के एक हिस्से से गुज़रता हुआ राष्ट्रीय मध्य विद्यालय, जसौली पट्टी, प्रखण्ड कोटवा, पूर्वी चम्पारण (बिहार) पहुँचा, जहाँ जत्थे के लोगों ने रात्रि विश्राम किया।
The Bihar leg of the Jatha reached Motihari and the performances ranged from Chattisgarhi nacha/gammat, local songs and dance performances of Bihar. The Jatha will continue in Bihar till the 14th of October. जत्थे का बिहार चरण मोतिहारी पहुंचा
We are just shedding our leaves, for the coming spring. Rumi Poster: Anil Karmele
https://mashalnews.org/topics/art-culture/dhai-akhar-prem-padyatra-starts-today-from-alwar-district-of-rajasthan-this-journey-will-pass-through-22-states/
राजस्थान के अलवर से 28 सितंबर को निकाली जाएगी ‘ढाई आखर प्रेम’ पैदल यात्रा शहीद भगत सिंह के जन्मदिन से शुरू होगी सांस्कृतिक संगठनों की 'ढाई आखर प्रेम' पैदल यात्रा ‘Dhaai Aakhar Prem’: A One-of-a-Kind Public March इप्टा निकालेगी "ढाई
Glimpses from Day 2 of the Jatha, that started in Bihar from 7th October 2023 - it will travel through Patna, Muzaffarnagar and Motihari till 14th October 2023! 7 अक्टूबर 2023 से बिहार में शुरू हुए जत्थे के दूसरे
हिन्दी | English | বাংলা | ಕನ್ನಡ | മലയാളം “জত্থায় অংশগ্রহণকারী শিল্পীরা চান্দেরির তাঁতি ও শিল্পীদের সঙ্গে সংলাপ স্থাপন করেন” দেশব্যাপী প্রেম,সদ্ভাব ও একতার বার্তা নিয়ে ঢাই আখর প্রেম সাংস্কৃতিক যাত্রার আগমন ৪ঠা অক্টোবর অশোক নগর, চান্দেরিতে হয়৷ এই যাত্রার সূচনা ভগৎ সিংহের জন্মদিন ২৮শে সেপ্টেম্বর,২০২৩ থেকে
Dhai Aakhar Prem; National Cultural Jatha 28 September 2023 to 30 January 2024 Drawing by Shiv Kumar Swami
(गीत) खादी के धागे-धागे में अपनेपन का अभिमान भरा माता का इसमें मान भरा अन्यायी का अपमान भरा खादी के रेशे-रेशे में अपने भाई का प्यार भरा मां-बहनों का सत्कार भरा बच्चों का मधुर दुलार भरा खादी की रजत चंद्रिका
A fun look at our journey from Alwar, Rajasthan and an insight into what we learnt, the people we met and the love we received while on foot! अलवर, राजस्थान से शरू हुए हमारे जत्थे का पूरा सफर और यहाँ
ढाई आखर प्रेम; राष्ट्रीय सांस्कृतिक जत्थे का पहला चरण दिनांक 28 सितंबर 2023 को भगत सिंह के जन्म दिवस से अलवर (राजस्थान) से शुरू होकर 02 अक्टूबर 2023 को महात्मा गांधी के जन्म दिवस पर अलवर में समाप्त हुआ। उसी
Khusro river of love, torrent of opposite waves. Whoever survives drowns, whoever drowns crosses. Amir Khusro Poster: Rohit Rusia
One who drinks the cup of love, gives his head (ego) as Dakshina. A greedy person takes the name of love, but he cannot give his head. Kabir Poster: Pankaj Dixit
पटना • 07 अक्टूबर 2023 • "ढाई आखर प्रेम: राष्ट्रीय सांस्कृतिक जत्था देश के राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में प्रेम, बंधुत्व, समानता न्याय और मानवता की संदेश की यात्रा है। इस यात्रा में हम बापू के चम्पारण सत्याग्रह के
Renowned writer Hrishikesh Sulabh invites you to join the ongoing Jatha which has started in Bihar and will continue till 14th October 2023. प्रसिद्ध लेखक हृषिकेश सुलभ आपको जत्थे में शामिल होने के लिए आमंत्रित करते हैं जो बिहार
'ढाई आखर प्रेम राष्ट्रीय सांस्कृतिक जत्था' देशव्यापी अपने सांस्कृतिक अभियान पर पूरी शिद्दत के साथ निकल पड़ा है। बंधुत्व,समता, अनुराग, सौहार्द, वात्सल्य और प्रगतिशीलता हमारी ताकत है। यह सांस्कृतिक जत्था का पैदल मार्च 28 सितंबर, 2023 (शहीद-ए-आजम भगत सिंह की