दरारों के बारे में कुछ विचार – वे क्यों उत्पन्न होती हैं, और कैसे वे विकास और पुनर्निमाण की आवश्यकता दोनों का प्रतिनिधित्व करती हैं। An insight into cracks and gaps, why they occur, and how they represent both growth and the need to repair and reinvent.
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जन नाट्य मंच, दिल्ली की मोलोयश्री हाशमी अपने आसपास कई छोटी-छोटी यात्राएं निकालने और सद्भाव वापस लाने के लिए स्थानीय लोगों तक पहुंचने की बात करती हैं। Jana Natya Manch, Delhi’s Moloyashree Hashmi talks about the need to take out many small yatras around one’s surroundings and make local outreach the building block to bringing […]
ਕੁਦਰਤ ਦੇ ਸਭ ਬੰਦੇ | कुदरत दे सब बंदे
अव्वल अल्लाह नूर उपाइया, कुदरत दे सब बंदे एक नूर ते सब जग उपजिया, कौन भले को मंदे Drawing: D. Surendra Rao Poster: Rajneesh Sahil
02 अक्टूबर 2023 | मुंबई. गांधी जयंती और वाईकम सत्याग्रह शताब्दी वर्ष के अवसर पर मुंबई इप्टा, प्रगतिशील लेखक संघ तथा इप्टा केरल मुंबई चैप्टर के संयुक्त आयोजन में ‘वाईकम सत्याग्रह और उसकी प्रासंगिकता’ विषय पर भूपेश गुप्ता भवन, प्रभादेवी मुंबई में सेमिनार का आयोजन किया गया। इप्टा केरल मुंबई चैप्टर के सचिव संजय पी […]
ढाई आखर (कविता)
ढाई आखर प्रेम का ना पढ़ा ना पंडित हुए बस जात धरम में बंट गए कमबख्त मुए बीज कहाँ अँकुआता माटी ना थी निर्गुण ज्ञान कहाँ समाता थाती ना थी राह सुझाते संत खप गए इनको ना सूझा पर वो टप गए अंत समय तक रहे जोड़ते पर जोड़ ना था घर खज़ाना तो भर […]