ढाई आखर प्रेम जत्था के दौरान जब राजा बासा ग्राम (पूर्वी सिंहभूम, झारखण्ड) में प्रेम और एकजुटता का सन्देश बांटा जा रहा था तो गांव की तीन महिलाएं – चंपा मुर्मू, सोमावारी हेंब्रम, और रायमानी टुडू – आगे आयीं और कहा हम भी गीत गाएंगे। प्रस्तुत है उनके द्वारा गाया हुआ एक संथाली गीत जो […]
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Presentation of a Santhali song by Urmila and Ramchandra Mardi during ‘Dhai Akhar Prem’ Jatha in Domjudi (East Singhbhum, Jharkhand). This song of love for nature – Birburu i.e. mountains are decorated with flowers, leaves and creepers. Gada Mudu i.e. small rivers and waterfalls are adorned with flowing water. We will plant flowers, decorate with them […]
सुंदर हेंब्रम और बुढ़ान सोरेन झापड़ीशोल गांव (पूर्वी सिंहभूम) के निवासी हैं. ‘ढाई आखर प्रेम यात्रा’ से प्रेरित होकर कहने लगे कि हमें भी एक गीत गाना है। लगभग 50- 52 की उम्र के दोनों पुरुष कलाकार साथी तैयार होने लगे – एक केंदरी बजाने के लिए तो दूसरा साड़ी, नथ और बाल-चोटी। इस लोक […]
Jharkhand’s famous artist, Ganesh Murmu explains in his song, what is Dhai Akhar Prem? Love is everything to human beings. The whole world exists in this love. Love makes society beautiful and nourishes it too. Everything on this earth is useless without love. झारखण्ड के नामी कलाकार, गणेश मुर्मू अपने गीत में बताते हैं कि […]
A unique glimpse of the melodious folk song and folk tune of Padmashree Madhu Mansuri Hansmukh, the rhythm of the drums of local artists, and candid folk dance. At the request of Jatha members, the village women gathered without hesitation and held each other’s hands with love and affection. The song of famous folk singer […]
हमें थोड़ा आदिवासी होना होगा
28 सितंबर, 2023 को भगत सिंह के जन्मदिन पर राजस्थान के अलवर से शुरू हुई ‘ढाई आखर प्रेम यात्रा’ को करने के मकसद में ढेर-सी बुनियादी बातें शामिल हैं जिनके अभ्यास से हम कहीं दूर होते जा रहे हैं। प्रेम करना दुष्कर कार्य हो चला है। सीखने की प्रक्रिया में ठहराव आ गया है। मनुष्यता […]