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Song | अनहद का बाजा बाजता। The infinite music plays | Jatan Natya Kendra
04 Nov

Song | अनहद का बाजा बाजता। The infinite music plays | Jatan Natya Kendra

This song is part of the curtain raiser event in Delhi. Performed by Jatan Natya Kendra on Kabir's dohas. https://youtu.be/C2dwJoFJti8 Lyrics रस मंद मंदिर बाजता, बाहर सुने तो क्या हुआ।सुनता नहीं धुन की ख़बर, अनहद का बाजा बाजता।So what if

‘ढाई आख़र प्रेम’ का नारा – प्यार मोहब्बत भाईचारा
03 Nov

‘ढाई आख़र प्रेम’ का नारा – प्यार मोहब्बत भाईचारा

| उत्तराखंड में ढाई आखर प्रेम सांस्कृतिक जत्थे का तीसरा दिन | उत्तराखंड राज्य में ‘ढाई आखर प्रेम’ सांस्कृतिक पदयात्रा के तीसरे दिन 02 नवम्बर 2023 की सुबह जमालपुर में साथी अशोक चौधरी के निवास पर नाश्ता करने के बाद

‘मेला गदरी बाबेयां दा’ में पंजाब की ‘ढाई आखर प्रेम’ यात्रा का समापन
03 Nov

‘मेला गदरी बाबेयां दा’ में पंजाब की ‘ढाई आखर प्रेम’ यात्रा का समापन

पंजाब के कपूरथला की आरसीएफ कॉलोनी में ‘ढाई आखर प्रेम’ सांस्कृतिक यात्रा का पाँचवें दिन का कार्यक्रम शाम छः बजे आयोजित किया गया था। चंडीगढ़ इप्टा के अध्यक्ष बलकार सिंह सिद्धू ने यात्रा का उद्देश्य प्रस्तुत किया। उसके पश्चात जनगीतों

हम गाँवों से प्रेम भाव सीख रहे हैं | Learning the meaning of love from villages | Sarvesh Jain
03 Nov

हम गाँवों से प्रेम भाव सीख रहे हैं | Learning the meaning of love from villages | Sarvesh Jain

Sarvesh ji is the convenor of the Rajasthan Jatha. She has extensively worked with women's concerns and improving their lives in Rajasthan. She shares her experience of the Jatha. https://youtu.be/QUp8wIbnWTU सर्वेश जी राजस्थान जत्था की संयोजक हैं। उन्होंने राजस्थान में

लोग खुद-ब-खुद साथ चलने लगे
02 Nov

लोग खुद-ब-खुद साथ चलने लगे

| उत्तराखंड में ढाई आखर प्रेम राष्ट्रीय सांस्कृतिक जत्था का दूसरा दिन | गुनगुनी धूप के साथ हल्की हल्की ठंडी में 8:00 बजे इंद्र गार्डन वेडिंग पॉइंट से ढाई आखर प्रेम यात्रा प्रारंभ हुई। सुबह सुबह गरमा गरम परांठे और

Mohabbat Ki Boli
02 Nov

Mohabbat Ki Boli

حفیظؔ اپنی بولی محبت کی بولینہ اردو نہ ہندی نہ ہندوستانیحفیظ جالندھری Hafeez! our language is the language of love,It is neither Urdu, nor Hindi, nor Hindustani.Hafeez Jalandhari Painting: Mukesh Bijole

Song | नर तैं क्या पुराण पढ़ कीन्हा | Nar tein kya puraan padh kinha | Sarfaraz
02 Nov

Song | नर तैं क्या पुराण पढ़ कीन्हा | Nar tein kya puraan padh kinha | Sarfaraz

Sung by Sarfaraz https://youtu.be/Fb4_XS4AJlI Lyricsnar tein kya puraan padh kinhaan payani bhagti nahi upjeibhookhe daan na dinhanar tein kya puraan padh kinhaनर तैं क्या पुराण पढ़ कीन्हाअन पायनि भगती नहीं उपजैभूखे दान न दीन्हानर तैं क्या पुराण पढ़ कीन्हा puja

उत्तराखंड में ‘ढाई आखर प्रेम’ सांस्कृतिक यात्रा की शुरुआत
01 Nov

उत्तराखंड में ‘ढाई आखर प्रेम’ सांस्कृतिक यात्रा की शुरुआत

उत्तराखंड में ‘ढाई आखर प्रेम’ राष्ट्रीय सांस्कृतिक पदयात्रा 31 अक्टूबर 2023 को प्रथम दिन टिहरी गढ़वाल के मुनि की रेती स्थित शहीद भगत सिंह स्मारक से शुरू हुई। राज्य आंदोलनकारी कमला पंत जी ने भगत सिंह जी की मूर्ति पर

प्रेम की सरगम
01 Nov

प्रेम की सरगम

पोस्टर: करण

थिराई रहेगी ये दुनिया
01 Nov

थिराई रहेगी ये दुनिया

पोस्टर: पंकज दीक्षित

जिस तरह नफ़रत की फसलें बोई जा रही हैं, उसे दूर करने के लिए हम सबको एकजुट होना चाहिए
31 Oct

जिस तरह नफ़रत की फसलें बोई जा रही हैं, उसे दूर करने के लिए हम सबको एकजुट होना चाहिए

हिन्दी | English पंजाब में ढाई आखर प्रेम राष्ट्रीय सांस्कृतिक जत्था का चौथा दिन 30 अक्टूबर 2023 को चौथे दिन जत्था कपूरथला जिले के सुल्तानपुर लोधी शहर में पहुँचा। यह वह जगह है जहाँ गुरुनानक देव ने चौदह बरस तक नवाब

We all must unite to remove the crops of hatred that are being sown
31 Oct

We all must unite to remove the crops of hatred that are being sown

हिन्दी | English Fourth day of Dhai Akhar Prem National Cultural Jatha in Punjab On its fourth day in Punjab (30 October 2023), the Jatha reached Sultanpur Lodhi in Kapurthala district. This is the place where Guru Nanak Dev worked for

Love is the basic emotion | प्रेम मूल भावना है | Ashok Bhowmick
31 Oct

Love is the basic emotion | प्रेम मूल भावना है | Ashok Bhowmick

Renowned painter Ashok Bhowmick shares his thoughts on the ongoing jatha. https://youtu.be/Hr8eMg9vEYo प्रसिद्ध चित्रकार अशोक भौमिक ने जत्थे पर अपने विचार साझा किए।

आज प्रवेश करेगी ढाई आखर प्रेम यात्रा उत्तराखंड में
31 Oct

आज प्रवेश करेगी ढाई आखर प्रेम यात्रा उत्तराखंड में

31 अक्टूबर, देहरादून । ढाई आखर प्रेम-रास्ट्रीय सांस्कृतिक जत्था प्रेम,एकजुटता और आपसी सदभाव की यात्रा 28 सितम्बर 23 से 30 जनवरी 24 तक देश भर में चल रही है। "ढाई आखर प्रेम" नामक इस राष्ट्रीय अभियान में प्रेम,शांति और सामाजिक

Mohabbat Saara Aalam
31 Oct

Mohabbat Saara Aalam

Love holds the whole world in its arms Your enmity could burn only one or two houses.Fazal Tabish Painting: Rohit Rusia

ढाई आखर प्रेम पद यात्रा: कबीरी गमछा
31 Oct

ढाई आखर प्रेम पद यात्रा: कबीरी गमछा

सुभाष रायप्रधान संपादक,जन सन्देश टाइम्स बसवन्ना ने कभी अपने हाथ से बने कपड़े का, प्रेम, करुणा और श्रम का महत्व समझा था। उनके समय में चरखा एकमात्र मशीन थी। उनके काम को आगे बढ़ाया कबीर ने। उन्होंने हाथ से बाहर

Love starts from one’s family, spreads to neighbours and soon the entire country starts loving each other
30 Oct

Love starts from one’s family, spreads to neighbours and soon the entire country starts loving each other

हिन्दी | English Third day of Dhai Akhar Prem National Cultural Jatha in Punjab Sau Me Sattar Aadami Filhaal Jab Naashaad HainDil Pe Rakhkar Haath Kahiye Desh Kya Aazaad Hai Kothiyon Se Mulk Ke Meaar Ko Mat AankiyeAsli Hindustaan to

प्रेम घर से शुरू होकर पड़ोस और देश में फैलता है
30 Oct

प्रेम घर से शुरू होकर पड़ोस और देश में फैलता है

हिन्दी | English पंजाब में ढाई आखर प्रेम राष्ट्रीय सांस्कृतिक जत्था का तीसरा दिन सौ में सत्तर आदमी फ़िलहाल जब नाशाद हैंदिल पे रखकर हाथ कहिए देश क्या आज़ाद है कोठियों से मुल्क के मेआर को मत आँकिएअसली हिंदुस्तान तो

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