“In today's times, when fraternity is being done away with in our society, Dhai Aakhar Prem Jatha is a very crucial initiative towards reinculcating fraternity among the masses" - Dr Raosaheb Kasbe, socio-political writer and progressive intellectual https://youtu.be/psq0oMa4i60 "आजच्या काळात,
Dhai Akhar Prem: National Cultural Jatha reached Bhagat Singh's ancestral village at Khatkar Kalan. Nisar Ali presents the visuals of this place. This Jatha is carrying forward the legacy of Bhagat Singh, Gandhi, Ambedkar and Kabir. https://youtu.be/tvzUGWzVyKA ढाई आखर प्रेम:
ना मैं भेद मज़हब दा पाइआना मैं आदम हव्वा जाइआना मैं आपना नाम धराइआना विच बैठण ना विच भौणबुल्ला की जाणा मैं कौण - बुल्ले शाह Poster: Rajneesh Sahil
The second day of “Dhai Akhar Prem: National Cultural Jatha" in Punjab On October 28, the Jatha reached Balloval village at ten in the morning. It is paddy-harvesting time in Punjab and culturally at this time, people sing ‘Jhoomar’ to
دیکھ زنداں سے پرے رنگ چمن جوش بہاررقص کرنا ہے تو پھر پاؤں کی زنجیر نہ دیکھ مجروح سلطانپوری Poster: Obaid Akhtar
English ‘ढाई आखर प्रेम’ ‘राष्ट्रीय सांस्कृतिक जत्था’ की एक कड़ी के रूप में तीन दिवसीय थिएटर कार्यशाला का आयोजन 17 से 19 अक्टूबर 2023 तक हरिजन सेवा संघ, दिल्ली में किया गया। कार्यशाला के पहले दिन लगभग 200 युवा रंगमंच प्रेमी
Hum Mehnatkash Jag Walon se Lyrics by Faiz Ahmed Faiz Sung by Pratidhwani https://youtu.be/zh7j3ux-_Oo Lyrics: हम मेहनतकश जग वालों से जब अपना हिस्सा मांगेंगेइक खेत नहीं, इक देश नहीं, हम सारी दुनिया मांगेंगे यहाँ पर्वत-पर्वत हीरे हैं, यहाँ सागर-सागर मोती
आओ कि कोई ख्वाब बुनें कल के वास्ते... Painting: Mukesh Bijole
पंजाब में “ढाई आखर प्रेम; राष्ट्रीय सांस्कृतिक जत्था” का दूसरा दिन पंजाब में जत्थे के दूसरे दिन 28 अक्टूबर को पदयात्री सुबह दस बजे बल्लोवाड़ पहुंचे। पंजाब में अभी धान की कटनी चल रही है, कटाई के बाद जो समय
We don't want to read the books hanging on police sticks We don't want to sing songs of talent on the marching sound of military boots. We want to touch the music tinkling on the trees with our longing fingers.
हिन्दी | English | ਪੰਜਾਬੀ ਅਕਤੂਬਰ 27, 2023 'ਢਾਈ ਅੱਖਰ ਪ੍ਰੇਮ: ਰਾਸ਼ਟਰੀ ਸੱਭਿਆਚਾਰਕ ਜੱਥਾ' ਦਾ ਪੰਜਾਬ ਚੈਪਟਰ ਅੱਜ ਖਟਕੜ ਕਲਾਂ, ਪੰਜਾਬ ਤੋਂ ਸ਼ੁਰੂ ਹੋ ਰਿਹਾ ਹੈ। ਪੰਜਾਬ ਦੇ ਸ਼ਹੀਦ ਭਗਤ ਸਿੰਘ ਨਗਰ ਜ਼ਿਲ੍ਹੇ ਵਿੱਚ ਸਥਿਤ ਖਟਕੜ ਕਲਾਂ ਨੂੰ ਭਗਤ ਸਿੰਘ
ਇਹ ਇੱਕ ਪੈਦਲ ਯਾਤਰਾ ਹੈ ਜੋ 27 ਅਕਤੂਬਰ 2023 ਨੂੰ ਪੰਜਾਬ ਦੇ ਖਟਕੜ ਕਲਾਂ ਤੋਂ ਸ਼ੁਰੂ ਹੋ ਕੇ 1 ਨਵੰਬਰ ਨੂੰ ਗਦਰੀ ਬਾਬਿਆਂ ਦੇ ਮੇਲੇ ਵਿੱਚ ਸਮਾਪਤ ਹੋਵੇਗਾ।ਅੱਜ ਦੇ ਫ਼ਿਰਕੂ ਨਫ਼ਰਤ ਦੇ ਮਾਹੌਲ ਵਿੱਚ ਇਸ ਯਾਤਰਾ ਦਾ ਵਿਸ਼ੇਸ਼ ਮਹੱਤਵ ਹੈ।
हाजी लोक मक्के वल्ल जांदेअसाँ जाना तख़त हज़ारे जित वल्ल यार उते वल्ल का'बाभावें फोल किताबाँ चारे बुल्ले शाह Poster: Rajneesh Sahil
ਇਹ ਇੱਕ ਪੈਦਲ ਯਾਤਰਾ ਹੈ ਜੋ 27 ਅਕਤੂਬਰ 2023 ਨੂੰ ਪੰਜਾਬ ਦੇ ਖਟਕੜ ਕਲਾਂ ਤੋਂ ਸ਼ੁਰੂ ਹੋ ਕੇ 1 ਨਵੰਬਰ ਨੂੰ ਗਦਰੀ ਬਾਬਿਆਂ ਦੇ ਮੇਲੇ ਵਿੱਚ ਸਮਾਪਤ ਹੋਵੇਗਾ।ਅੱਜ ਦੇ ਫ਼ਿਰਕੂ ਨਫ਼ਰਤ ਦੇ ਮਾਹੌਲ ਵਿੱਚ ਇਸ ਯਾਤਰਾ ਦਾ ਵਿਸ਼ੇਸ਼ ਮਹੱਤਵ ਹੈ।
हिन्दी | English | ਪੰਜਾਬੀ 'ढाई आखर प्रेम: राष्ट्रीय सांस्कृतिक जत्था' के पंजाब चरण की शुरुआत 27 अक्टूबर को खटकर कलां से हुई। पंजाब के शहीद भगत सिंह नगर जिले में स्थित खटकर कलां को भगत सिंह का पैतृक गांव
हिन्दी | English | ਪੰਜਾਬੀ The Punjab chapter of ‘Dhai Aakhar Prem: National Cultural Jatha’ starts today (October 27, 2023) from Khatkar Kalan, Punjab. Located in the Shaheed Bhagat Singh Nagar district of Punjab, Khatkar Kalan is said to be
Taking you through our journey from Patna, Bihar and reaching Motihari via Muzaffarpur and looking back at what we learnt, the people we met and the love we received while on foot! https://youtu.be/hrdtxf9NCvc आपको पटना, बिहार से मुज़फ़्फ़रपुर के रास्ते
once you can't love another human being you have no place in the world. - Louise Glück Poster: Anil Karmele