घाटशिला, झारखण्ड में ढाई आखर प्रेम के पूर्व रंग कार्यक्रम में 7 दिसंबर 2023 को शामिल हुए इप्टा के राज्य संरक्षक पद्मश्री मधु मंसूरी हंसमुख। लोकप्रिय गीत - 'गांव छोड़ब नाहीं, जंगल छोड़ब नाहीं, लड़ाई छोड़ब नाहीं' - गाकर दिया
This song was performed by IPTA Patna during the Dhai Aakhar Prem Jatha at Jammu on 15th November 2023. यह गाना इप्टा पटना द्वारा 15 नवंबर 2023 को जम्मू में ढाई आखर प्रेम जत्था के दौरान प्रस्तुत किया गया था।
हिन्दी | English | ಕನ್ನಡ | മലയാളം | বাংলা ಢಾಯಿ ಆಖರ್ ಪ್ರೇಮ್ ಎಂಬ ಘೋಷಣೆಯಡಿಯಲ್ಲಿ ರಾಷ್ಟ್ರೀಯ ಸಾಂಸ್ಕೃತಿಕ ಜಾಥಾವು ಡಿಸೆಂಬರ್ 2, 2023 ರಿಂದ ಡಿಸೆಂಬರ್ 7, 2023 ರವರೆಗೆ ದಕ್ಷಿಣ ಕನ್ನಡ ಜಿಲ್ಲೆಯ ಕೇಂದ್ರವಾದ ಮಂಗಳೂರಿನಿಂದ ಗಡಿಯಾಚೆ ಕೇರಳ ರಾಜ್ಯದ ಕಾಸರಗೋಡು ಜಿಲ್ಲೆಯ ಮಂಜೇಶ್ವರದವರೆಗೆ ನಡೆಯಿತು. ಆರು ದಿನಗಳ ಜಾಥಾವು
मकां से क्या मुझे लेना मकां तुमको मुबारक हो मगर ये घास वाला रेशमी कालीन मेरा है बशीर बद्र Poster: Pankaj Dixit
यात्रा संस्मरण: ढाई आखर प्रेम यात्रा, झारखंड पड़ाव
झारखंड इप्टा के राज्य संरक्षक पद्मश्री मधु मंसूरी हंसमुख से सुनिए इस 'ढाई आखर प्रेम' पदयात्रा की आज के समय में जरूरत क्यों महसूस हुई. https://youtu.be/GRYGryvRq4U Let us hear from Jharkhand IPTA's State Patron Padmashree Madhu Mansuri Hansmukh why the
We have to establish colonies of love in a world of hatred.Sahir Ludhianvi Poster: Ashok Dubey
https://youtu.be/wc-rK5w8n8c Prasanna: I am now at Endamturutti Mana (house). It was ruled by a Vaikom, a Naboothiri (high caste Brahmin) who had the authority of the Vaikom temple. The Ezhuva and other lower castes had no right to travel through
Painting made by Shrika Agarwal in the painting competition organized for children and teenagers at Union Club, Ranchi by Dhai Aakhar Prem Jatha Organizing Committee, Jharkhand. ढाई आखर प्रेम यात्रा आयोजन समिति, झारखंड द्वारा यूनियन क्लब, रांची में बच्चों व
यात्रा संस्मरण: ढाई आखर प्रेम यात्रा, झारखंड पड़ाव
ढाई आखर प्रेम जथा का उत्तर प्रदेश में प्रमुख चरण 18 से 23 नवंबर तक चला जो मुख्यतः बुंदेलखंड इलाके से गुजरा। स्थानीय लोगों के साथ संवाद का सिलसिला चलता रहा. इस जत्था के दौरान कुछ लोगों की प्रतिक्रियाएं यहाँ
If you want to set fire then set the fire of loveIt blooms like flowers. Shah Lateef Poster: Ashok Dubey
माँदर, शाल, महुल, एदेल (सेमल), खेत, नाले, स्वर्णरेखा, पहाड़ संग “ढाई आखर प्रेम” राष्ट्रीय सांस्कृतिक जत्थे की पदयात्रा
The wind of love for love and equality is blowing from the terraces towards the mohallas. Let us unite beyond the boundaries of caste and religion, my friend... ಪ್ರೀತಿ ಮತ್ತು ಸಮತರಗಾಗಿ ಪ್ರೀತಿಯ ಗಾಳಿ ಹಟ್ಟಗಕಡೆಯಿಂದ ಮೊಹಲ್ಲಾಗಳ ಕಡೆಗೆ ಬೀಸುತಿದೆ. ನಾವು ಜಾತಿ ಧರ್ಮದ ಗಡಿಗಳನ್ನ
फेंकी न मुनव्वर ने बुर्जुगों की निशानीदस्तार पुरानी है मगर बांधे हुए हैं वर्तमान में घृणा, वैमनस्य और घुटन भरे माहौल में आपसी सौहार्द, प्रेम, भाईचारा और एकता की भावना को मज़बूत करने, देश की बहुरंगी संस्कृति, लोक जीवन, साझी
I want to rebel against every fraud who makes us work hard but doesn't pay for it.- Saadat Hasan Manto Poster: Pankaj Dixit
Prasanna explains the story of Churkhi, a village of Tatya Tope in Bundelkhand. Dhai Aakhar Prem Jatha visited this village on 18th November 2023. https://youtu.be/jwqP_PZ3oEk प्रसन्ना बता रहे हैं बुंदेलखंड के चुर्खी की कहानी जो तात्या टोपे की कर्मभूमि है।
हिन्दी | English | ಕನ್ನಡ | മലയാളം | বাংলা The Karnataka leg of the National Cultural Jatha under the slogan Dhaai Aakhar Prem was held from Dec 2, 2023 to Dec 7, 2023, traversing from Mangaluru, the headquarters of Dakshina
हिन्दी | English | ಕನ್ನಡ | മലയാളം | বাংলা ‘ढाई आखर प्रेम’ के नारे के तहत राष्ट्रीय सांस्कृतिक जत्थे का कर्नाटक राज्य का चरण 02 दिसम्बर से 07 दिसम्बर 2023 तक सम्पन्न हुआ। इस जत्थे ने दक्षिण कन्नड़ जिले के